हमारा दिमाग आवाज़ को देख भी सकता है!

हमारा दिमाग आवाज़ को देख भी सकता है! 

 

 

हमारी आँखे देखना का काम करती है और कान सुनने का. परंतु क्या हम मात्र आवाज़ सुनकर उससे संबंधित वस्तु के आकार का अनुमान लगा सकते हैं. दूसरे शब्दों में क्या हम आवाज़ को सुन सकते हैं? वैज्ञानिकों की राय है कि यह सम्भव है. अभी तक हमने हमारे दिमाग के विषय में काफी कम जाना है. हमारे पास कई ऐसी शक्तियाँ है जिसके इस्तेमाल को लेकर हम अनजान हैं.


द मोंट्रियल न्यूरोलोजिकल इंस्टिट्यूट और मैकगिल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि हमारे दिमाग में यह क्षमता है कि वह विशेष रूप से कोड की गई ध्वनि को सुनकर आकार का अनुमान लगा सके. भले ही उस समय आँखें बंद हों.

यह खोज नैत्रहीन तथा जिन लोगों को कम दिखाई देता है उनके लिए काफी उपयोगी साबित हो सकती है. दिमाग के न्यूरोलोजिकल अभ्यास से पता चला है कि हमारा दिमाग अलग अलग स्रोतों से आ रही जानकारियों का मिश्रण कर एक व्यापक और विस्तृत तस्वीर तैयार करता है. इसमें जाने अनजाने जो दृश्य आँखों से देखे जाते हैं वे भी शामिल होते हैं और जो ध्वनियाँ हम कान से सुनते हैं वे भी. तो यदि किसी को कम दिखाई देता है तो वह मात्र सुनकर भी चित्र का अनुमान लगा सकता है. बस उसके लिए अभ्यास की आवश्यकता होती है.

इस शोध से जुडे जंग क्योंग किम के अनुसार - "यह एक तथ्य है कि ध्वनि की तरंगों के माध्यम से आकार की जानकारी प्रेषित की जा सकती है. यह तब सम्भव हो सकता है जो उन तरंगों को सिस्टमेटिक तरीके से पढा जाए. ऐसा होने पर आकार का अनुमान लगाना सरल हो जाता है."

हमारे दिमाग को इस तरह से तैयार किया जा सकता है कि वह ध्वनि को आकार में बदल सके. परंतु इसके लिए थोड़े और अभ्यास की जरूरत है.

 

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