परमाणु विज्ञान अध्ययन
कार्मिक, लोक शिकायत और पेंशन तथा प्रधानमंत्री कार्यालय, राज्य मंत्री श्री वी. नारायणसामी ने लोकसभा में आज एक लिखित प्रश्न के उत्तर में बताया कि नाभिकीय विज्ञान (नामत: भौतिकी, रसायन विज्ञान, नाभिकीय इंजीनियरिंग, जैव-विज्ञान, आइसोटोपों के अनुप्रयोगों तथा प्रौद्योगिकी, आदि) के क्षेत्रों में अनुसंधान और विकास संबंधी गतिविधियां, नाभिकीय विज्ञान अनुसंधान बोर्ड के माध्यम से विभिन्न राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों, अनुसंधान तथा विकास प्रयोगशालाओं और अन्य संस्थानों जैसे कि आईआईटीज़ और आईआईएससी को प्रायोजित की जाती हैं। मंत्री महोदय ने सदन में यह भी जानकारी दी कि परमाणु ऊर्जा विभाग (डीएई) के अनुसंधान केन्द्र और सहायता प्राप्त संस्थान तथा ‘सर्न’ (यूरोप), जीएएनआईएल (फ्रांस), आईएलएल (ग्रेनोबल), बीएनएल (यूएसए), एसईआरसी (यूके), डीओई (यूएसए), सीईए (फ्रांस), होमी भाभा राष्ट्रीय संस्थान की विभिन्न अनुसंधान प्रयोगशालाओं, सहायता प्राप्त संस्थानों, औद्योगिक यूनिटों और सरकारी क्षेत्र के उपक्रमों के बीच शैक्षणिक संपर्क स्थापित करता है तथा उनके साथ मिलकर सहयोगी कार्यक्रमों के माध्यमों से भौतिक विज्ञानों के अग्रणी क्षेत्रों में अनुसंधान कार्य करने में जुटे हुए हैं। होमी भाभा राष्ट्रीय संस्थान ने भारत और विदेश दोनों में अनेक शैक्षणिक और अनुसंधान संस्थानों के साथ संबंध स्थापित किये हैं।
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